Editor’s Pick
- ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOFs) के कारणों और प्रभाव की व्याख्या कीजिए। इस संदर्भ में सरकार द्वारा कौन-से उपाय किए गए हैं?(250 शब्दों में उत्तर दें)
- औद्योगिक आपदाएं क्या होती हैं? पर्याप्त उदाहरणों सहित चर्चा कीजिए। साथ ही, औद्योगिक आपदाओं के जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक संस्थागत ढांचे पर प्रकाश डालिए। (उत्तर 250 शब्दों में दें)
- आपदाओं से निपटने में पंचायती राज संस्थानों (PRis) द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए, चर्चा कीजिए कि पंचायती राज मंत्रालय की आपदा प्रबंधन योजना इन चुनौतियों से निपटने में कैसे सहायता कर सकती है। (उत्तर 250 शब्दों में दें)
- भारतीय संदर्भ से उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, स्पष्ट कीजिए कि रासायनिक आपदा से आप क्या समझते हैं। साथ ही, ऐसी आपदाओं का शमन करने के समक्ष मौजूद चुनौतियों का उल्लेख कीजिए और चर्चा कीजिए कि इन चुनौतियों का समाधान कैसे किया जा सकता है। (उत्तर 250 शब्दों में दें)
- आकस्मिक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) का भारत के निचले इलाकों में स्थित अधिवासों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। भारत में बार- बार आने वाली आकस्मिक बाढ़ के कारणों की विवेचना कीजिए। साथ ही, उनके प्रभावों पर प्रकाश डालिए। (उत्तर 250 शब्दों में दें)
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालिए। साथ ही, आपदाओं को कम करने में क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत द्वारा प्रारंभ की गई पहलों का भी उल्लेख कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दें)
- भारत के शहरों में व्यापक जलजमाव और बाढ़ को देखते हुए, बाढ़ प्रबंधन के पारंपरिक दृष्टिकोणों को त्यागना महत्वपूर्ण होता जा रहा है। चर्चा कीजिए। साथ ही, इस संदर्भ में अपनाए जा सकने वाले कुछ वैकल्पिक दृष्टिकोणों का भी वर्णन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दें)
- हालांकि भूमि धंसाव कई कारणों से हो सकता है, फिर भी इसके संभावित प्रभाव का अनुमान लगाना और प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए एक स्थायी योजना को तैयार करना अनिवार्य है। चर्चा कीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दें) 15
UPSC PYQs
- भू-स्खलन के विभिन्न कारणों और प्रभावों का वर्णन कीजिए । राष्ट्रीय भू-स्खलन जोखिम प्रबंधन रणनीति के महत्त्वपूर्ण घटकों का उल्लेख कीजिए। (250 words) [UPSC 2021]
- भूकम्प संबंधित संकटों के लिए भारत की भेद्यता की विवेचना कीजिए। पिछले तीन दशकों में, भारत के विभिन्न भागों में भूकम्प द्वारा उत्पन्न बड़ी आपदाओं के उदाहरण प्रमुख विशेषताओं के साथ दीजिए । (150 words) [UPSC 2021]
- भारत में तटीय अपरदन के कारणों एवं प्रभावों को समझाइए । ख़तरे का मुकाबला करने के लिए उपलब्ध तटीय प्रबंधन तकनीकें क्या हैं? (250 words) [UPSC 2022]
- बाँधों की विफलता हमेशा प्रलयकारी होती हैं, विशेष रूप से नीचे की ओर, जिसके परिणामस्वरूप जीवन और संपत्ति का भारी नुकसान होता है। बाँधों की विफलता के विभिन्न कारणों का विश्लेषण कीजिए। बड़े बाँधों की विफलताओं के दो उदाहरण दीजिए। (150 words)[UPSC 2023]
- सूखे को उसके स्थानिक विस्तार, कालिक अवधि, मंथर प्रारम्भ और कमज़ोर बगों पर स्थायी प्रभावों की दृष्टि से आपदा के रूप में मान्यता दी गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एन० डी० एम० ए०) के सितम्बर 2010 मार्गदर्शी सिद्धान्तों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए भारत में एल नीनो और ला नीना के सम्भावित दुष्प्रभावों से निपटने के लिए तैयारी की कार्यविधियों पर चर्चा कीजिए। (200 words) [UPSC 2014]
- भारतीय उप-महाद्वीप में भूकम्पों की आवृत्ति बढ़ती हुई प्रतीत होती है। फिर भी, इनके प्रभाव के न्यूनीकरण हेतु भारत की तैयारी (तत्परता) में महत्त्वपूर्ण कमियाँ हैं। विभिन्न पहलुओं की चर्चा कीजिए । (200 words) [UPSC 2015]
- राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एन० डी० एम० ए०) के सुझावों के सन्दर्भ में, उत्तराखण्ड के अनेकों स्थानों पर हाल ही में बादल फटने की घटनाओं के संघात को कम करने के लिए अपनाए जाने वाले उपायों पर चर्चा कीजिए। (200 words) [UPSC 2016]
- कई वर्षों से उच्च तीव्रता की वर्षा के कारण शहरों में बाढ़ की बारम्बारता बढ़ रही है। शहरी क्षेत्रों में बाढ़ के कारणों पर चर्चा करते हुए इस प्रकार की घटनाओं के दौरान जोखिम कम करने की तैयारियों की क्रियाविधि पर प्रकाश डालिए। (200 words) [UPSC 2016]
- दिसम्बर 2004 को सुनामी भारत सहित चौदह देशों में तबाही लायी थी। सुनामी के होने के लिए जिम्मेदार कारकों पर एवं जीवन तथा अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले उसके प्रभावों पर चर्चा कीजिए। एन.डी.एम.ए. के दिशा निर्देशों (2010) के प्रकाश में, इस प्रकार की घटनाओं के दौरान जोखिम को कम करने की तैयारियों की क्रियाविधि का वर्णन कीजिए। (250 words) [UPSC 2017]
- भारत में आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डी० आर० आर०) के लिए ‘सेंडाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप (2015-2030)’ हस्ताक्षरित करने से पूर्व एवं उसके पश्चात् किए गए विभिन्न उपायों का वर्णन कीजिए। यह प्रारूप ‘ह्योगो कार्रवाई प्रारूप, 2005 से किस प्रकार भिन्न है?
- किसी भी आपदा प्रबंधन प्रक्रम में आपदा तैयारी पहला कदम होता है। भूस्खलनों के मामले में, स्पष्ट कीजिए कि संकट अनुक्षेत्र मानचित्रण किस प्रकार आपदा अल्पीकरण में मदद करेगा। (250 words) [UPSC 2019]
- आपदा प्रभावों और लोगों के लिए उसके खतरे को परिभाषित करने के लिए भेद्यता एक अत्यावश्यक तत्त्व है। आपदाओं के प्रति भेद्यता का किस प्रकार और किन-किन तरीकों के साथ चरित्र-चित्रण किया जा सकता है? आपदाओं के संदर्भ में भेद्यता के विभिन्न प्रकारों पर चर्चा कीजिए। (150 words) [UPSC 2019]
- आपदा प्रबन्धन में पूर्ववर्ती प्रतिक्रियात्मक उपागम से हटते हुए भारत सरकार द्वारा आरम्भ किए गए अभिनूतन उपायों की विवेचना कीजिए। (250 words) [UPSC 2020]