UPSC PYQs
- भारतीय परम्परा और संस्कृति में गुप्त-काल और चोल-काल के योगदान पर चर्चा करें। (250 words) [UPSC 2022]
- भारतीय मिथक, कला और वास्तुकला में सिंह एवं वृषभ की आकृतियों के महत्व पर विचार करें। (250 words) [UPSC 2022]
- गांधाराई कला में मध्य एशियाई एवं यूनानी-बैक्ट्रियाई तत्त्वों को उजागर कीजिए । (250 words) [UPSC 2019]
- भारतीय कला विरासत का संरक्षण बर्तमान समय की आवश्यकता है। चर्चा कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
- आप इस विचार को, कि गुप्तकालीन सिक्काशास्त्रीय कला की उत्कृष्टता का स्तर बाद के समय में नितांत दर्शनीय नहीं है, किस प्रकार सही सिद्ध करेंगे ? (150 words) [UPSC 2017]
- “भारत की प्राचीन सभ्यता, मिस्र, मीसोपोटामिया और ग्रीस की सभ्यताओं से, इस बात में भिन्न है कि भारतीय उपमहाद्वीप की परंपराएं आज तक भंग हुए बिना परिरक्षित की गई हैं।” टिप्पणी कीजिये। (200 words) [UPSC 2015]
- सिंधु घाटी सभ्यता की नगरीय आयोजना और संस्कृति ने किस सीमा तक वर्तमान युगीन नगरीकरण को निवेश (इनपुट) प्रदान किए हैं? चर्चा कीजिए । (150 words) [UPSC 2014]
वास्तुकला
हड़प्पा वास्तुकला
Editor’s Pick
- हड़प्पा सभ्यता काल में शहरी नियोजन पर टिप्पणी लिखिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
- एक आधुनिक और शहरी सभ्यता का अस्तित्व प्राचीन हड़प्पा स्थापत्य कला में परिलक्षित होता है। उदाहरण सहित चर्चा कीजिए। (उत्तर 200 शब्दों में दें) 12.5
मौर्य कालीन वास्तुकला
Editor’s Pick
मौर्योत्तर काल में वास्तुकला
Editor’s Pick
- मौर्योत्तर काल की वास्तुकला में शिल्पकला की नई प्रवृत्तियाँ क्या थीं? इस काल में विकसित शैलियों का विश्लेषण करें।
- इस काल में बौद्ध वास्तुकला का विकास कैसे हुआ? स्तूपों और विहारों के स्थापत्य में क्या विशेषताएँ देखने को मिलती हैं?
- गुप्त काल की वास्तुकला को मौर्योत्तर काल से किस प्रकार जोड़ा जा सकता है? इसके प्रभाव और परिवर्तन पर चर्चा करें।
- मौर्योत्तर काल में जैन वास्तुकला का क्या योगदान था? इसके प्रमुख उदाहरणों और शैलियों का विश्लेषण करें।
- मौर्योत्तर काल की वास्तुकला में सामाजिक और धार्मिक प्रतिबिंब कैसे दिखाई देते हैं? इनकी पहचान और महत्व पर चर्चा करें।
- कांची और खजुराहो की वास्तुकला में अंतर की पहचान करें। इन स्थलों की विशेषताओं और सांस्कृतिक प्रभावों का विश्लेषण करें।
- मौर्योत्तर काल में भित्ति चित्रकला का क्या स्थान था? इसे वास्तुकला के साथ किस प्रकार जोड़ा जा सकता है?
- मौर्योत्तर काल के शासकों का वास्तुकला पर क्या प्रभाव पड़ा? उनके योगदान और संरक्षण के प्रयासों पर चर्चा करें।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान के संदर्भ में मौर्योत्तर काल की वास्तुकला का क्या महत्व है? विदेशी प्रभावों का विश्लेषण करें।
- मौर्योत्तर काल की वास्तुकला के संरक्षण और अध्ययन में वर्तमान चुनौतियाँ क्या हैं? इन चुनौतियों का समाधान कैसे किया जा सकता है?
मंदिर स्थापत्य कला
Editor’s Pick
- हालांकि मंदिर स्थापत्य कला की नागर और द्रविड़ शैलियों के बीच कुछ विशेषताएं समान हैं, लेकिन दोनों में महत्वपूर्ण अंतर भी हैं। व्याख्या कीजिए।(उत्तर 200 शब्दों में दें)
- भारत में मंदिर स्थापत्य कला का एक प्रमुख चरण 11वीं से 14वीं शताब्दी ई. के होयसल राजवंश से जुड़ा हुआ है। उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs
गुफा वास्तुकला
Editor’s Pick
- गुफा वास्तुकला का भारतीय संस्कृति में क्या महत्व है? चर्चा करें कि यह वास्तुकला किस प्रकार धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को दर्शाती है।
- आजन्ता और एलोरा की गुफाएँ की स्थापत्य विशेषताएँ क्या हैं? इन गुफाओं के निर्माण में प्रयुक्त तकनीकों और सामग्री का विश्लेषण करें।
- गुफा वास्तुकला में चित्रकला और मूर्तिकला की भूमिका क्या है? इन कलाओं के माध्यम से धार्मिक और सामाजिक संदेशों का कैसे संप्रेषण होता है?
- बुद्ध और जैन गुफाएँ भारतीय धार्मिक विविधता को कैसे प्रस्तुत करती हैं? इनके स्थापत्य और कलात्मक तत्वों का विश्लेषण करें।
- गुफा वास्तुकला के संदर्भ में संगम काल की विशेषताएँ क्या हैं? इस काल की गुफाओं के निर्माण के पीछे के ऐतिहासिक कारणों पर चर्चा करें।
- गुफा वास्तुकला पर प्राकृतिक आपदाओं और समय के प्रभाव का क्या असर पड़ा है? संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों का विश्लेषण करें।
- गुफा वास्तुकला के अध्ययन से हमें प्राचीन भारतीय समाज की कौन-कौन सी सामाजिक और आर्थिक संरचनाएँ समझ में आती हैं? इसके उदाहरण प्रस्तुत करें।
- उदयगिरि गुफाएँ और खजुराहो की गुफाओं में नारी चित्रण का क्या महत्व है? यह समाज में नारी की स्थिति को कैसे दर्शाता है?
- गुफा वास्तुकला की क्षेत्रीय विविधता का क्या महत्व है? विभिन्न क्षेत्रों में गुफाओं की पहचान और उनके स्थापत्य में अंतर का विश्लेषण करें।
- गुफा वास्तुकला के प्रति आधुनिक दृष्टिकोण और संरक्षण के प्रयासों में क्या चुनौतियाँ हैं? इन चुनौतियों का समाधान कैसे किया जा सकता है?
मध्यकालीन और इंडो-इस्लामिक वास्तुकला
Editor’s Pick
- मध्यकालीन और इंडो-इस्लामिक वास्तुकला में सामाजिक और धार्मिक प्रभाव का क्या महत्व है? प्रमुख उदाहरणों के साथ इस पर चर्चा करें।
- इंडो-इस्लामिक वास्तुकला की विशेषताएँ क्या हैं? इनकी संरचनात्मक तकनीकों और कलात्मक तत्वों का विश्लेषण करें।
- ताजमहल को इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण मानते हुए, इसके निर्माण में प्रयुक्त सामग्री और तकनीक पर चर्चा करें।
- मध्यकालीन वास्तुकला में स्थानीय शिल्पकला के योगदान का क्या महत्व है? विभिन्न क्षेत्रीय शैलियों का विश्लेषण करें।
औपनिवेशिक वास्तुकला और आधुनिक वास्तुकला
Editor’s Pick
- औपनिवेशिक वास्तुकला में ब्रिटिश प्रभाव का क्या महत्व है? इसके प्रमुख उदाहरणों और शैलियों का विश्लेषण करें।
- आधुनिक वास्तुकला में स्थानीय परंपराओं और औपनिवेशिक तत्वों का समावेश कैसे हुआ? इसके उदाहरणों के साथ चर्चा करें।
- औपनिवेशिक वास्तुकला और स्वतंत्रता संग्राम के बीच का संबंध क्या है? इस पर विचार करें और उदाहरण प्रस्तुत करें।
- आधुनिक वास्तुकला में सस्टेनेबिलिटी और तकनीकी नवाचारों का क्या स्थान है? इसके प्रभावों का विश्लेषण करें।
बौद्ध एवं जैन वास्तुकला
UPSC PYQs
शैलकृत वास्तुकला
UPSC PYQs
- भारत की मध्यपाषाण शिला-कला न केवल उस काल के सांस्कृतिक जीवन को, बल्कि आधुनिक चित्र-कला से तुलनीय परिष्कृत सौंदर्य-बोध को भी, प्रतिबिंबित करती है।’ इस टिप्पणी का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये । (200 words) [UPSC 2015]
- शैलकृत स्थापत्य प्रारंभिक भारतीय कला एवं इतिहास के ज्ञान के अति महत्त्वपूर्ण स्रोतों में से एक का प्रतिनिधित्व करता है। विवेचना कीजिए। (250 words) [UPSC 2020]
भारतीय चित्रकलाएँ
Editor’s Pick
भारतीय नृत्य विधाएँ
Editor’s Pick
- भारतीय नृत्य विधाओं में क्षेत्रीय विविधता का क्या महत्व है? प्रमुख शैलियों और उनके विशिष्ट तत्वों का विश्लेषण करें।
- भारतीय नृत्य विधाओं में नृत्य और नाटक का संयोग कैसे होता है? इसके उदाहरणों के माध्यम से विचार करें।
- भारतीय नृत्य विधाओं में संस्कृति और परंपरा का क्या योगदान है? विभिन्न शैलियों के माध्यम से इसका विश्लेषण करें।
- भारतीय नृत्य विधाओं में समकालीनता और परंपरा के बीच का संतुलन कैसे स्थापित किया जा सकता है? इसके उदाहरणों के साथ चर्चा करें।
शास्त्रीय नृत्य
Editor’s Pick
- शास्त्रीय नृत्य की संरचना और प्रस्तुति में क्या विशेषताएँ होती हैं? विभिन्न शैलियों का विश्लेषण करें।
- विभिन्न शास्त्रीय नृत्य शैलियों में भाव और अभिव्यक्ति का महत्व क्या है? इसके उदाहरणों के माध्यम से चर्चा करें।
- शास्त्रीय नृत्य के सामाजिक और धार्मिक संदर्भ का क्या महत्व है? इसके प्रभावों का विश्लेषण करें।
- शास्त्रीय नृत्य में संगीत और नृत्य के बीच का संबंध कैसे स्थापित होता है? इसके उदाहरणों के साथ चर्चा करें।
लोक नृत्य
Editor’s Pick
- लोक नृत्य की विविधता भारतीय संस्कृति को कैसे दर्शाती है? विभिन्न राज्यों के प्रमुख लोक नृत्यों का विश्लेषण करें।
- लोक नृत्य में सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश का क्या स्थान है? इसके माध्यम से समाज में कौन-कौन से मुद्दे उठाए जाते हैं?
- लोक नृत्य की प्रस्तुति में शारीरिक अभिव्यक्ति और लोक जीवन का क्या योगदान है? इसके तत्वों का विस्तार से अध्ययन करें।
- आधुनिकता के प्रभाव में लोक नृत्य में क्या परिवर्तन आए हैं? इन परिवर्तनों का सांस्कृतिक पहचान पर क्या असर पड़ा है?
भारतीय संगीत
Editor’s Pick
- भारतीय संगीत की विविधता का क्या महत्व है? शास्त्रीय और लोक संगीत के बीच के संबंधों का विश्लेषण करें।
- भारतीय संगीत में राग और ताल का क्या स्थान है? इनके अनुप्रयोग और प्रभाव पर चर्चा करें।
- भारतीय संगीत की इतिहास में प्रमुख संगीतकारों और उनके योगदानों का क्या महत्व है? उदाहरणों के साथ विश्लेषण करें।
- भारतीय संगीत में आधुनिक तकनीक का उपयोग किस प्रकार किया जा रहा है? इसके प्रभाव और चुनौतियों पर चर्चा करें।
शास्त्रीय संगीत
Editor’s Pick
- हिन्दुस्तानी और कर्नाटक शास्त्रीय संगीत में क्या प्रमुख अंतर हैं? उनके संगीत तत्वों और प्रदर्शन शैलियों का विश्लेषण करें।
- शास्त्रीय संगीत में गायकी और वाद्य का संतुलन कैसे स्थापित होता है? इसके विभिन्न रूपों का अध्ययन करें।
- शास्त्रीय संगीत के संरक्षण और प्रचार में वर्तमान चुनौतियाँ क्या हैं? इन चुनौतियों का समाधान कैसे किया जा सकता है?
- शास्त्रीय संगीत में संगीतकारों की भूमिका का क्या महत्व है? उनके प्रशिक्षण और योगदान पर चर्चा करें।
लोक संगीत
Editor’s Pick
- लोक संगीत में कथा और गीत का क्या महत्व है? इसके माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों का विश्लेषण करें।
- भाषा और क्षेत्र के अनुसार लोक संगीत में विविधता कैसे दिखाई देती है? विभिन्न उदाहरणों के साथ चर्चा करें।
- लोक संगीत के प्रदर्शन में क्या विशेषताएँ होती हैं? इसके सांस्कृतिक संदर्भ और महत्व का विश्लेषण करें।
- आधुनिक समय में लोक संगीत को संरक्षित और प्रवाहित करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं? इन प्रयासों की प्रभावशीलता पर चर्चा करें
भारतीय कठपुतली
Editor’s Pick
- भारतीय कठपुतली कला की विविधता और क्षेत्रीय विशेषताएँ क्या हैं? प्रमुख शैलियों का विश्लेषण करें और उनके सांस्कृतिक संदर्भ पर चर्चा करें।
- कठपुतली नृत्य में कथा और संवाद का क्या महत्व है? इसके माध्यम से सामाजिक और नैतिक संदेशों का संप्रेषण कैसे किया जाता है?
- आधुनिकता के प्रभाव में भारतीय कठपुतली कला में क्या परिवर्तन हुए हैं? इन परिवर्तनों का सांस्कृतिक पहचान पर क्या असर पड़ा है?
- भारतीय कठपुतली कला का संरक्षण और प्रचार कैसे किया जा सकता है? इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
मिट्टी के बर्तन (मृदभांड)
Editor’s Pick
- मिट्टी के बर्तनों की निर्माण प्रक्रिया में कौन-कौन से तकनीकी तत्व शामिल होते हैं? विभिन्न क्षेत्रों में इनकी विशेषताएँ क्या हैं?
- मृदभांडों का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व क्या है? विभिन्न परंपराओं में इनका उपयोग कैसे होता है?
- आधुनिक समय में मिट्टी के बर्तनों का उपयोग और प्रासंगिकता कैसे बदल रही है? इसके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों का विश्लेषण करें।
- मिट्टी के बर्तनों की परंपरा और आधुनिकता के बीच संतुलन कैसे स्थापित किया जा सकता है? इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
भारतीय रंगमंच
Editor’s Pick
- भारतीय रंगमंच की इतिहास में प्रमुख धाराएँ और शैलियाँ क्या हैं? उनके विकास और परिवर्तन पर चर्चा करें।
- भारतीय रंगमंच में संवाद और शारीरिक अभिव्यक्ति का महत्व क्या है? इसके विभिन्न रूपों का विश्लेषण करें।
- आधुनिक रंगमंच में भारतीय परंपराओं का समावेश कैसे किया जा रहा है? इसके उदाहरणों के साथ चर्चा करें।
- भारतीय रंगमंच के संरक्षण और विकास में क्या चुनौति
मार्शल आर्ट (युद्ध कला)
Editor’s Pick
- भारतीय मार्शल आर्ट की इतिहास और विविधता का क्या महत्व है? प्रमुख शैलियों का विश्लेषण करें और उनकी सांस्कृतिक जड़ें समझाएँ।
- मार्शल आर्ट में शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण का क्या स्थान है? इसके लाभ और महत्व पर चर्चा करें।
- आधुनिक समय में भारतीय मार्शल आर्ट का प्रचार और विकास कैसे किया जा रहा है? इसके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों का विश्लेषण करें।
- भारतीय मार्शल आर्ट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई प्रतिस्पर्धाओं में कैसे प्रतिस्पर्धा की जा रही है? इसके लिए क्या तैयारी और चुनौतियाँ हैं?
मूर्तिकला
Editor’s Pick
- पाल साम्राज्य को बौद्ध कला के विशिष्ट रूप के लिए जाना जाता है। इस संदर्भ में, कला के क्षेत्र में पाल वंश के योगदानों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
- बौद्ध आस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के कारण हाथियों को बौद्ध मूर्तिकल में भी व्यापक रूप से दर्शाया गया है। चर्चा कीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
भक्ति और सूफ़ी आंदोलन
UPSC PYQs
- भक्ति साहित्य की प्रकृति का मूल्यांकन करते हुए भारतीय संस्कृति में इसके योगदान का निर्धारण कीजिए ।(150 words)[UPSC 2021]
- श्री चैतन्य महाप्रभु के आगमन से भक्ति आंदोलन को एक असाधारण नई दिशा मिली थी। चर्चा करें। (250 words) [UPSC 2018]
धर्म और दर्शन
Editor’s Pick
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व के आस-पास भारत में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के उद्भव और प्रसार के लिए उत्तरदायी कारकों को सूचीबद्ध कीजिए।(उत्तर 200 शब्दों में दें)
- भारतीय दर्शन के संप्रदायों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।(उत्तर 200 शब्दों में दें)
- आदि शंकराचार्य ने अपनी महान क्षमता से हिंदू धर्म को पुनः स्थापित किया और उत्कृष्ट स्पष्टीकरण प्रस्तुत करते हुए वैदिक परंपरा को फिर से प्रतिष्ठित किया। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs
- भारत में बौद्ध धर्म के इतिहास में पाल काल अति महत्त्वपूर्ण चरण है। विश्लेषण कीजिए । (150 words)[UPSC 2020]
- भारतीय दर्शन एवं परम्परा ने भारतीय स्मारकों की कल्पना और आकार देने एवं उनकी कला में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विवेचना कीजिए। (250 words) [UPSC 2020]
भारतीय साहित्य
Editor’s Pick
- वैदिक साहित्य का परिचय दीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
- वैदिक साहित्य में वर्णित भारत की भौगोलिक विशेषताओं का वर्णन कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2021]
- वैदिक साहित्य में वर्णित भारत की भौगोलिक विशेषताओं का वर्णन कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2021]
- ग्रीक इतिहासकारों के विवरण प्राचीन भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थितियों के संबंध में मूल्यवान जानकारी प्रदान करते हैं। चर्चा कीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs